Neha Ki Chudai Ki Kahani
नमस्ते दोस्तों, मैं नीरज अपनी दूसरी कहानी लेकर आया हूँ. मेरी पहली कहानी तो आप भूल गए होंगें जो मैंने 2015 में पोस्ट करी थी.सच कहूँ लिखने में मुझे बहुत आलस आता है. मेरी पहली कहानी हमारी अधूरी कहानी दो पार्ट में है। मैं एक एक करके मैं अपनी सारी कहानी आप तक पहुँचाऊँगा.
जब मैं ये कहानी लिख रहा हूँ तो आज तक मैंने सिर्फ 8 औरतों के साथ सेक्स किया है. जिसमें से एक मेरी वाइफ है. तो बाकी 7 की कहानी मैं आप तक पहुँचाऊँगा. जिसमे से एक आप पढ़ चुके हैं. तो दुसरी चुदाई की कहानी पेश है.
ये बात तब की है जब मैं 22 साल का था. मैं पढ़ाई पूरी करके मैं दिल्ली जॉब की तलाश में आया.
दिल्ली में मेरा एक दोस्त रमेश 6 महीने पहले ही आ गया था और उसकी जॉब लग गई. वो फील्ड जॉब में था और आउट स्टेशन जाता रहता था. तो मैं उसी के रूम में एडजस्ट हो गया.
हमारे मकान मालिक पंजाबी थे. वो हसबैंड वाइफ उनका एक बेटा बहु 3 साल की पोती और बेटी रहती थी। बेटी का नाम नेहा था. हम फर्स्ट फ्लोर पर रहते थे फर्स्ट फ्लोर किराये के लिए ही बनाया था, जिसमे तीन रूम थे हमारे रूम में किचन था बाकी दो रूम के साथ किचन नहीं था. बाथरूम कॉमन था. बाकी दो रूम अभी खाली थे. घर की एंट्री कॉमन थी.
अब मैं आता हूँ इस कहानी की मुख्य किरदार पर नेहा. नेहा की उम्र 19 साल के आस पास थी. हद से ज्यादा गोरा रंग. मग़र चेहरा साधारण. शरीर की बनावट सोनम कपूर जैसी. कद 5′ 4″. स्तन 32 साइज़ के. मतलब साधरण रूप वाली बस कद और रंग ज़बरदस्त.
तो मै न्यूज़ पेपर में क्लासीफाइड में जॉब देखता. कहीं रेफरेंस से इंटरव्यू देने जाता फिर घर लौटता तो अक्सर वही दरवाजा खोलती और स्माइल देती.
लेकिन मैँ उस पर कोई ज्यादा ध्यान नहीं देता था बाद हेल्लो हाय ही होता.
ऐसे ही 9. 10 दिन बीत गए मेरी कहीं जॉब नहीं लगी. एक दिन रमेश बोला मकान मालिक की लड़की तेरे पे फिदा लगती है मैंने कहा अरे नहीं यार. मगर रमेश बार मुझे ऐसे ही बोलता तो मैं उस पर ध्यान देनेलगा.
एक दिन मैं घर पर था मई का महीना था. मैं म्यूजिक सिस्टम में सोनू निगम के गाने सुन रहा था. गर्मी बहुत थी तो मैंने केवल बॉक्सर पहना हुआ था. हमारे रूम में स्टैंडिंग फैन था उसी से काम चल रहा था.
तभी हमारे रूम के दरवाजे पर किसी ने नौक किया दरवाजा खुला था पर पर्दा गिरा हुआ था। मैंने पूछा कौन तो लड़की की आवाज आई मै.
मैं चौंक गया मैने जल्दी सेt शर्ट डाली और पर्दा हटाया.
मैं – जी.
नेहा – हेल्लो.
मैं- जी हेल्लो.
नेहा – ये जो आप सांग सुन रहे हैं ये मुझे बहुत पसंद हैं कि ये आप मुझे सीडी में डाल कर के दे सकते हैं.
मैं – सॉरी मेरे पास कंप्यूटर नहीं है मैं तो ये म्यूजिक सिस्टम में सुन रहा हूं. आप चाहो तो मेरे साथ सुन सकती हो.
नेहा – अच्छा! ये बोलकर वो अंदर आ गई. हमारे रूम में कोई चेयर नहीं थी तो वो चारपाई में ही बैठ गई. मैं भी चारपाई में बैठ गया.
फिर मैं बोला – आपका नाम क्या है?
वो बोली – नेहा, और आपका नाम?
मैं बोला – नीरज.
मै – आप क्या करती हैं.
नेहा – अभी बीए फर्स्ट इयर के एग्जाम. दिए है अभी छुटियाँ है और आप?
मैं – अभी तो जॉब की तलाश चल रही है. अंकल आंटी कहाँ हैं.
नेहा- पापा और भाई तो काम पर गए हैं. मां और भाभी और पीहू भाभी के मायके गए हैं.
मै – आप नहीं गई.
नेहा – नहीं. घर पर भी तो कोई होना चाहिये.
मै – हाँ वो तो है.
फिर मुझे रमेश की बात याद आई. तो मैंने सोचा कुछ चांस मरता हूँ.
नेहा- यँहा तो बहुत गर्मी है आप कैसे रहते हो.
मैं – क्या करे अब रहना तो है ही. वैसे आपकी स्माइल बहुत अच्छी है बिल्कुल नेचुरल.
नेहा – हाँ थैंक यू.
मैं – आपका कोई बॉयफ्रैंड है?
नेहा – नहीं कोई नहीं है.
मैं – सच में. मैंने तो सुना था दिल्ली की हर लड़की का बॉयफ्रैंड होता है.
नेहा- नहीं तो, ऐसा ज़रूरी थोड़ी है. आपकी कोई गर्लफ्रैंड है.
मै – नहीं, अभी तो जॉब पर ही फोकस है.
नेहा- अच्छा.
मै – एक बात बोलूं अगर बुरा ना मानो तो.
नेहा- बोलो!
मैं- मेरा मन तुम्हे किस करने का कर रहा है. (मै आप से तुम पे आ गया था)
नेहा- क्या.. ?? फिर उसने नज़रे झुका ली. अभी मैं उससे दूर बैठा था अब मै उसके पास आ गया.
सच कहूं तो मेरा इरादा उसे सिर्फ किस करने का था.
मैने उसका हाथ अपने दोनों हाथों में पकड़ा और बोला – बोलो ना, कर लूं?
वो कुछ नहीं बोली नज़रे भी नहीं मिला रही थी. उसके चेहरे पर शर्म साफ नजर आ रही थी.
मैंने सोचा अब जो भी हो देखा जाएगा.
मैंने उसकी ठुडी के नीचे हाथ लगया और उसके चेहरे को ऊपर उठाया. उसने आंखे बंद कर ली.
उसके कानों के नीचे पसीने की बूंदे थी. गर्मी की वजह से या कुछ और वजह से पता नहीं.
फिर मैंने अपने होंठ उसके पतले गुलाबी होंठो पर रख दिये. धीरे धीरे उसे किस करने लगा. मैने उसके निचले होंठ को अपने मुंह मे लेके चूसने लगा. फिर कुछ देर बाद नेहा भी मेरे होंठ चूसने लगी फिर मैं उसकी जीभ को चूसने लगा.
ऐसे ही हम लगभग 15 मिनट तक किस करते रहे. मेरा लंड खड़ा हो गया और बॉक्सर में टेंट सा बन गया.फिर मैंने नेहा का एक हाथ बॉक्सर के ऊपर से ही लन्ड पर रख दिया. वो कुछ चौंक गई पर उसने हाथ नहीं हटाया.
फिर मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा. और एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा. उसने कोई प्रतिरोध नहीं किया.
मैंने उसे ऐसे किस करते करते बिस्तर पर लिटा दिया पर हम दोनों के पैर बिस्तर से नीचे लटक रहे थे. नेहा ने सूट सलवार पहना था.
फिर मैंने उसका सूट थोड़ा ऊपर उठाया तो उसका गोरा फ्लैट पेट और नाभि दिखने लगी. उसने सूट के अंदर वाइट समीज भी पहनी थी. उसे भी ऊपर किया.
अब मै उसकी नाभि को अपनी जीभ से चाटने लगा. नेहा की आंख बंद थी. उसके हाथ मेरे सिर पे थे. थोड़ी देर में वो बोली बस करो नीरज मैं पागल हो जाउंगी.
लेकिन मैं नही रुका. एक हाथ से मैंने उसका नाडा खोल दिया और उसकी सलवार नीचे उतार दी. नेहा ने अपनी टांगे बन्द कर दी. उसने प्रिंटेड पैंटी पहनी थी.
मैं पैंटी के ऊपर से किस करने लगा तो देखा उसकी पैंटी गीली है. मैं समझ गया ये भी बहुत गर्म है. मैंने उसे बोला नेहा अपना सूट उतारो.
वो बोली – मुझे शर्म आ रही है.
मै बोला – कमओन!
मैंने उसे ऊपर उठाया और इसका सूट और समीज भी उतार दी.अब वो सफेद ब्रा में थी. मैं उसके बूब्स को किस करने लगा. किस करते करते मैंने उसके ब्रा के हक खोल दिये. और फिर उसकी ब्रा उतार फेंकी.
अब उसके छोटे संतरे के समान बूब्स मेरे सामने थे. उसके निपल पिंक थे. बिल्कुल अनछुहे लग रहे थे. उसके बूब्स छोटे थे लेकिन कमाल लग रहे थे. फिर मैंने उसके एक निप्पल को मुँह में लिया और चूसने लगा.
ओह नीरज तुम मुझे पागल करके छोड़ोगे. फिर मैं उसका दूसरा निप्पल चूसने लगा. और उसकी चूत को पैंटी के ऊपर से सहला रहा था. मैने उसके निप्पल्स को चूस चूस के लाल कर दिया. उसकी पैंटी भी गीली होने लगी.
फिर मैंने उसकी पैंटी घुटनो तक उतार दी.क्या मस्त चूत थी.
ब्राउन हेयर थे जो अभी छोटे छोटे थे चूत भी गोरी और भी पिंक. मज़ा आ गया चूत देख के. अब मुझसे रहा नहीं गया और मैं उसकी चूत चाटने लगा.
मेरा लंड फड़पडा रहा था. मैं उसकी चूत में जीभ अंदर बाहर करने लगा. मै 5 मिनट तक ऐसा करता रहा. फिर उसने मेरा सर पकड़ लिया और वो बोलने लगी मुझे कुछ हो रहा है. और वो झटके से झड़ गई. उसका मस्त पानी निकलने लगा.
फिर मैंने अपना बॉक्सर. त सर्टऔर अंडरवियर उतार दिया. मै अब पूरा नंगा था. नेहा की नज़र मेरे खड़े लन्ड पर थी. फिर मैं अपना लन्ड उसके मुंह पर ले गया.
मैंने उसे बोला – लन्ड में किस कर.
वो बोली – इसको कैसे किस करूं.
फिर मैं जबरदस्ती लन्ड के सुपडे को उसके होंठो से रगड़ने लगा. थोड़ी देर बाद मैंने थोड़ा लन्ड उसके मुंह में घुस दिया. धीरे धीरे उसे भी मजा आने लगा. मैं लंड अंदर बहार करने लगा.
फिर मैंने पूरा लंड उसके मुंह मे गले तक उतार दिया. उसका गला चौक होने लगा. तो मैने लन्ड बाहर निकाल. उसको बोला चाट इसे.
वो लन्ड को आइस क्रीम की तरह चाटने लगी वो मेरा लन्ड चाट रही थी और मैं उसके बूब्स मसल रहा था.
फ़िर मैने फिर से उसके मुंह मे लन्ड डाल दिया. और उसके बाल पकड़ के ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा.
नेहा मज़ा आ गया, और चूस मेरा लन्ड 5 मिनट बाद मुझे लगा मैं झड़ने वाला हूं. नेहा मुझे होने वाला है. और मैं उसके मुँह में ही झड़ गया.
उसने मुँह हटाने की कोशिश की पर मैने उसका सर जोर से पकड़ के रखा. जब पूरा झड़ गया तब उसका सर छोड़ा.
उसने तुरंत ही सारा माल फर्श पर थूक दिया और बोली – तुम बहुत गन्दे हो.
मैं उसके बगल में लेट गया और उसको खींच कर अपनी बाहों में ले लिया!