पापा ने अपनी बेटी की गांड मारीहेल्लो दोस्तों... मेरी बेटी का सुमी है..वो 17 साल की है...उसके बूब्स 34...कमर 30 और गांड 36 है...
बहुत मस्त माल है...चूत पर अभी हल्के हल्के बाल उगना शुरू हुवे हैं.. गोरी गोरी जांगे...और चूसने लायक ओंठ....गोल गोल बूब्स, बड़ी बड़ी आँखें..लम्बे और घने बाल...बस समझो सपनो की परी और चुदाई की रांड है मेरी बिटिया..
जो भी एक बार चोदे तो मरने के बाद भी ना भूले...कई बार कहा अपनी बेटी को की बॉलीवुड में किसी डारेक्टर को पटा.. उसको अपनी टाइट चूत के दर्शन करवा...एक बार अगर वो डारेक्टर तुझे चोद दे तो समझ जा तुझे मूवी में काम मिल ही जायेगा...
बहुत सेक्सी भी और हॉट भी .और सुंदर तो हो ही..पर वो हर बार मना कर देती है और कहती है की पापा मुझे आपके लंड की लत गयी है...बस आप से ही चुदना चाहती हूँ जिंदगी भर..आपका लंड दुनिया का सबसे बेस्ट लंड है ,.मेरी चूत पर एक डीएम फिट बैठता है.....
आज की कहानी में मैंने कैसी अपनी बेटी सुमी की गांड मारी ये है...मैं इससे पहले अपनी सुमी बेटी को 3 बार पेल चूका हूँ....कल सुबह की बात है पूरे देश में लॉकडाउन की बजह से सब कुछ बंद है तो सब्जी लेने दूर जाना पड़ता है. और सब्जियां भी सुबह ही लानी पड़ती है...आने जाने में काफी वक्त लगता है.
तो मेरी बीबी सब्जी लेने चली गयी उसे पूरा 1.30 घंटा ;लगना था...सुबह के नौ बज रहे थे..घर में मैं और मेरी बेटी सुमी ही थी...बहुत खुशनुमा मौसम था उस दिन...मेरी बेटी सुमी नहा कर बहार आई और किचन में चली गयी उसने सिर्फ अपने नंगे जिस्म को टॉवेल से ढका हुवा था... बाप ने बेटी की गांड मारीमैं किचन में चाय बनाने गया देखा मेरी बेटी वहां टॉवेल में चाय बना रही थी..भीगा जिस्म, भीगे बाल और उपर से टॉवेल लपेट रखा है...अधा नंगा जिस्म में कितनी खूबसूरत सेक्सी और हॉट लग रही थी..एक दम चुदास रान की तरह....
ओह्ह्ह क्या मस्त चुदडक माल लग रही थी. क्या मस्त माल लग रही थी.. देखते ही मेरा लौड़ा खड़ा हो गया.. मैंने बिना सोचे समझे उसे पीछे से दबोच लिया..उसने कहा पापा ये क्या कर रहे हो..छोडो माँ आ जायगी...
मैंने कहा इतना मस्त माल कैसे छोड़ों.. ऐसे माल को ऐसी हालत में देख कर बिना चोदे नही रह सकता...क्या मस्त सेक्सी लग रही है आज.., और उसके मम्मे मसलने लगा....एक हाथ से उसकी चूची दबाता रहा और दुसरे हाथ से उसका टॉवेल ऊपर करके उसकी गांड सहलाता रहा...
सुमी ने अंदर से ब्रा पेंटी नही पहन रखी थी...सुमी का अंदर से चुदने का बहुत मन हो रहा था मगर बाहरी मन से बार बार अपने आपको छुडवाने की कोशिश कर रही थी... कुछ देर एक मैं ऐसा ही करता ही..उसके बाद मैंने उसका मुह अपनी तरफ करके उसके कोमल और मखमली ओंठ चूसने लगा...
दोनों हाथों को उसके गालों पर रख कर उकसे ओंठों का रसपान करने लग गया...आह्ह क्या ओंठ हैं मेरी सुमी के...गुलाब की पंखुड़ियों की तरह..अब सुमी भी गर्म होने लग गयी थी... वो भी मेरे ओंठ चूसे जा रही थी...अब सुमी ज्यादा गर्म होने लगी और मुझे जगह जगह किस करने लग गयी ..कभी मेरे माथे को कभी गाल को कभी गले चूमती रही...
उसका हर एक चुम्मन मेरे शरीर में एक हलचल पैदा कर रही थी....इतने में मैंने उसका टॉवेल उसके जिस्म से अलग करके उसको पूरा नंगा कर दिया... आह्ह क्या मस्त माल था मेरा...परियों जैसा बदन... papa ne beti ki gand mari
अगर मेरी बिटिया मेरे अलावा बाहरी रांड बन जाय तो उसके सेक्सी बदन के लिए एक रात का कम से कम 5 लाख मिले. ऐसी हॉट और सेक्सी माल है मेरी बेटी सुमी.....अब मैंने सुमी को किचन की स्लेप पर बिठा कर और उसकी टाँगे फैलाकर उसकी चूत चाटने लगा...
मेरी जीभ अंदर तक उसकी चूत का आनन्द ले रही थी..अब सुमी भी गर्म होने लगी और आहें भरने लगी. उसकी सिसकारी तेज होने लगी...aaahhhhh ओह्ह्ह्हह पापा....मैंने उसकी चूत से हल्का हल्का निकलता पानी भी चाट रहा था और जीभ भी अंदर तक डाल रहा था...
काफी देर तक मैं उसकी चूत का रसपान करता रहा...अब मेरी सुमी बहुत गर्म हो चुकी थी...वो कहने लगी पापा अब रहा नही जा रहा.....3 बार चुद जाने के बाद उसकी शर्म खत्म हो चुकी थी तो खुद ही कहने लगी..मेरे राजा कब चोदोगे अपनी इस रांड को...
पेलो ना फिर माँ आ जाएगी....मेरा मन सुबह सुबह चुदने का बिलकुल नही था .पर पापा आप हो ही इतने सेक्सी की मुझे चुदने के लिए मजबूर कर दिया..अब जल्दी से अपना सात इंच का लौड़ा मेरी मुलायम चूत में डाल कर मेरी मासूम चूत के चीथड़े उड़ा दो...
मैंने उससे कहा बेटा मेरा आज तेरी गांड मारने का मन कर रहा है...उसने कहा पापा जो करना है पर जल्दी करो...मुझे पता था मेरा लंड उसकी गांड में आसाने से नही घसेगा...तो मैंने वहीँ किचन से तेल निकालकर सुमी को कहा की बेटा पहले अपने पापा के लंड की मालिस कर तभी घुसेगा...
सुमी ने पहले लंड को मुह में लेकर चुसना शुरू किया...काफी देर तक वो मेरा लंड ऐसे ही चूसती रही एक पोर्न की तरह....10 से 15 तक सुमी मेरा लंड चूसती रही तो मेरे लंड का माल गिरने लगा..मैंने कहा सुमी बेटा मैं झड़ने वाला हूँ...पर अनसुनी कर दी और मेरा लंड चूसती रही.
और मेरे लंड का सारा वीर्य उसके मुह के अंदर उसने सारा का चाट लिया और मेरा लंड चूस कर भी साफ़ कर दिया.. और कहने लगी पापा आपके लंड का वीर्य इतने टेस्टी है की मैं सारा पी गयी..बहुत मस्त था....उसके बाद सुमी मेरे सीने से चिपक गयी....कुछ देर ऐसे रहने के बाद पूछने लगी पापा कब दुबारा खड़ा होगा आपका लंड अपने बेटी की गांड मारने के लिए ..
मैंने कहा तेरे साथ में जब तू चाहे खड़ा कर...फिर उसने अचानक से फ्रिज से मलाई निकाली और मेरे लंड पर लगा कर उसे चाटने लगी आइसक्रीम की तरह...चाट चाटकर उसने मेरा लंड लाल कर दिया...मैंने उससे कहा बेटा तूने तो चाट चाटकर मेरा लंड लाल कर दिया...तो कहने लगी पापा आप भी तो मेरी चूत बजा बजाकर लाल कर देते हो...
अब उसने मेरे लंड पर तेल की मालिश करना शुरू कर दिया...काफी देर तक तो खूब सारा तेल लगा कर मालिस करती रही.....इतने मेरा लंड दुबारा खड़ा हो गया. सुमी तो अभी गर्म ही थी...कहने लगी पापा मेरी प्यास कब भुजाओगे...मैंने कहा अभी बेटा...इतने में मैंने उसकी चूत में ऊँगली डालना शुरू कर दिया...और धीरे धीरे अंदर बहार करने लगा..उसे खूब मजा आ रहा था...
थोड़ी देर ऐसा ही करता ही अब मेरा लंड बिलकुल तैयार गया था अपनी रांड बिटिया की गांड मारने के लिए...मैंने कहा सुमी तेरे पापा का लंड कडक हो गया...तो कहने की पापा अब देरी मत कर मार दे आज अपनी नाजुक बिटिया की गांड...
मैंने उसे कहा चल बेडरूम में वहीँ तेरी गांड मरूँगा...उसने कहा चलो..हम चलने लगे तो फिर से कहने लगी अपनी रांड बिटिया को ऐसे ही ले जाओगे गोदी में उठा कर ले चलो...फिर मैंने अपनी नंगी बिटिया को गोदी में उठाया और वो मेरे ओंठ चूसती रही मैं उसे बेडरूम में ले आया...और बेड पर पटक दिया..उसे उल्टा करके उसकी गांड को चूमने लगा...अपने जीभ से उसकी गांड को चाटने लगा....
आह्ह क्या मस्त गांड थी मेरी बिटिया की...खूब देर तक मैं उसकी गांड चाटता रहा...मेरे लंड पर तेल तो पहले से ही लगा हुवा था तो मैंने थोडा तेल अपनी बिटिया की गांड में भी डाल दिया..और अपना लंड उसकी गांड के छेद पर रख कर अंदर पेलने लगा... पहली बार होने के कारण उसकी गांड में लंड नही घुस रहा था..मैंने थोडा सा धक्का मारा तो थोडा सा अंदर चला गया..
अब मेरी बेटी सुमी चिलाने लगी..पापा बहुत दर्द हो रहा है. अपना लंड बहार निकालो..प्लीज बहार निकालो...तो मैंने कहा बेटा जब मैंने पहली बार तेरी चूत की सील तोड़ी थी तब भी तो दर्द हुवा था..बस थोड़ी देर करेगा...थोड़ी देर ऐसा ही चुप रहा..फिर मैंने इस बार एक ही झटके में पूरा लंड अपनी बेटी की गांड में पेल दिया...उ सका दर्द से बुरा हाल हो गया...उसके आंसू निकल आये...वो चिला रही थी...
मुझे उसका चिलाना बहुत मजा दे रहा था..अब मैं रुका नही धीरे धीरे सुमी की गांड में धक्का मारने लगा...पांच मिनट तक ऐसा ही करता रहा..अब सुमी का दर्द कम होने लगा...अब वो भी साथ देने लगी...अपनी गांड को उछाल उछाल कर मजे लेने लगी...और कहने लगी आज अपने पापा से गांड मरवाने में कितना मजा रहा है...वोह्ह्ह्ह पापा खूब गांड मारो अपनी बिटिया....फाड़ दो अपनी बेटी की गांड...
ओह्ह्ह्ह मेरे राजा....और जोर से धक्का मारो पापा...अब मेरी धक्कों की स्पीड बढ़ चुकी थी...मेरी बेटी फिर कहने लगी पापा जब माल छूटने वाला हो तो लंड सीधे चूत में पेल देना और और लंड का माल चूत में छोड़ कर मुझे माँ बनाना....आह्ह्ह्ह पापा...i love u मेरा जानू...i love u मेरे स्वीट हार्ट...आह्ह्ह पेलो पापा पेलो....
मैं ऐसे ही सुमी की गांड में धक्का मारता रहा...फिर मैंने सुमी को सीधी साइड करके फिर से उसकी गांड में लंड पेलकर गांड मारने लगा और साथ उसकी चूचियां भी दबाने लगा..सुमी मेरे मुह निचे खिंच कर मेरे ओंठ अपने अपने ओंठ पर लगा कर चूसने लगी...मैं भी उसके ओंठ चूसने लगा....गांड में धक्कों की स्पीड जारी थी..मैंने कहा बेटा मैं झड़ने वाला हूँ...तो कहने लगी पापा थोडा रूककर चूत में चूत में डालो लंड....
मैं थोडा रुका और फिर मैंने भी उसकी टाँगे खड़ी करके एक झटके में लंड चूत में डाला..और सुमी को चोदने लगा...आह्ह्ह चूत में क्या मजा आ रहा था.. टाइट चूत है मेरी बिटिया की....अब सुमी की सिसकारियां पूरे कमरे में दौड़ने लगी...
सुमी की आवाजें तेज होने लग गयी...आह्ह्ह पापा...चोदो अपनी रानी को....आह्ह्ह ओह्ह्ह्हह ऊव्वीईइ ...उवीईईइ माँ मसल डाला मेरे बाप ने नाजुक कलि को...आह्ह पापा ऊह्ह्ह पापा ..उसकी गर्म सांसे मेरे चहेरे पर पड़ने लगी...उसकी सिसकारियां तेज हो गयी...सुमी की मादक आवाज से कमरा गूंजने लगा..वो मुझसे विनती करने लग गयी की पापा जोर जोर से चोदो...
अपने धक्कों की स्पीड बड़ा कर मसल दो अपनी बिटिया को...अच्छी तरह से रगड दो आज मुझे...मैं अपने पापा में पूरी तरह से समा जाना चाहती हूँ...निचोड़ दो मुझे पापा.. कुछ देर ऐसे ही धक्के मार कर माल अंदर सुमी की चूत में ही छोड़ दिया... कुछ देर लंड ऐसे रखा और उसके बाद बहार निकाला तो सुमी ने मेरा लंड चूस कर साफ़ किया...
और मुझे सीने से लगा कर मुझे खूब चूमा..और कहा पापा आप ने आज गांड और चूत दोनों में खूब मजा दिया...और सच कहूँ तो सुबह सुबह चुदने का अलग ही मजा है...अब हम ज्यादातर सुबह सी चुदाई का मजा लेंगे..और पापा जब मैं बाथरूम में नहा रही थी तो मैं उस समय यही सोच रही थी काश मेरे पापा झट से बाथरूम में आपकर अपनी सुमी बिटिया को खूब पेलते..
उसे समय बहुत मन था मेरे चुदने का...जब साबुन को अपनी झांटों पर लगाया तो खूब झाग बना और मेरी चूत गर्म हो गयी...मैंने कहा कोई बात नही जब बाथरूम में चुदना हो तो बता दिया कर...ऐसे मस्त माल कहीं भी चुदने को मिले मैं चोद ही दूंगा..छोडूंगा थोड़ी..और हाँ बेटा आज सच में सुबह सुबह बहुत मजा आया और फिर मैं उसके ओंठ चूसने लग गया..तो दोस्तों कैसी लगी मेरी ये कहानी..मेल में जरुर बताना.. |