मामा ने भान्जी की कुंवारी चूत फाड़ीहैल्लो दोस्तों, सबसे पहले मस्त लंडवालों और रसीली चूत वालों को मेरा नमस्कार. मेरा नाम नेहा है, में अपने माता पिता की इकलौती संतान हूँ. मेरा घर मुंबई में मेरे मामा के घर के निकट ही था, इसलिए जब 10वीं क्लास में मेरे पापा का ट्रान्सफर गुजरात हुआ तो वो मुझे मेरे मामा मामी के पास छोड़ गये. उनकी शादी को 5 साल हो गये थे, लेकिन उन्हें बच्चा नहीं था.
तब में सेक्स के बारे में थोड़ा जानती थी, लेकिन मेरे वहाँ जाने के 3 महीने में ही मामी पेट से रह गयी. वो लोग मुझे लकी मानते थे और वहाँ मेरा प्यार और ज़्यादा बढ़ गया था. अब मामी की तबियत खराब रहने लगी थी, उन्हें डॉक्टर ने सेक्स से भी मना कर दिया था. अब मामा मानों पागल हो गये थे और बस आते जाते कभी अपना लंड हिलाने लगते, तो कभी मामी की चूची मसल देते, तो कभी उनकी चूत पर हाथ फैरने लगते, उन्हें अपनी वासना मेरे पास होने का भी डर नहीं रहता था.
अब मामी बेचारी परेशान हो गयी थी और फिर कुछ दिनों के लिए अपनी माँ के घर चली गयी. फिर दो दिन तो मामा शांत रहे. फिर एक रात ऑफिस से आने के बाद अपने कमरे में जाकर नंगे हो गये और अपने लंड को सहलाने लगे. फिर में उन्हें बुलाने उनके कमरे में गयी तो उनके लंड को देखकर मेरे मुँह और चूत में पानी आ गया. फिर में छुपकर सब देखती रही.
अगले दिन से मैंने स्कूल और कोचिंग से आने के बाद घर में ब्रा पहननी छोड़ दी और कोशिश करती थी कि मामा की नजर मेरी चूचीयों पर पड़े. तो मामा ज़्यादा इग्नोर ना कर सके और उसी रात जब में सोने गयी, तो वो मेरे कमरे में आ गये. अब मुझे सोता हुआ पाकर उन्होंने अपने हाथ से मेरी चूचीयाँ दबानी शुरू की और मेरी नाइटी के बटन खोलकर मेरे निपल्स को चूसने लगे थे, उफफफफ्फ मुझे क्या मज़ा आ रहा था? अब मेरा दिल कर रहा था कि उनके लंड को अपने हाथ में ले लूँ.
मामा ने भान्जी की चूत फाड़ीफिर कुछ देर तक चूसने और काटने के बाद मामा ने मेरी बिना बालों वाली चूत पर अपना एक हाथ लगाया और उसको सहलाने लगे थे. अब मेरी हालत खराब हो रही थी और फिर जैसे ही उन्होंने अपनी जीभ मेरी चूत पर रखी तो में तड़पकर उठ गयी. अब वो मुझे उठता देखकर डर गये थे. तब मैंने कहा कि मामा प्लीज और चाटो मेरी चूत को, अपनी जीभ से उसको चोद दो.
यह सुनकर मामा जोश में आ गये और अपने एक हाथ से मेरी चूची और अपनी जीभ से मेरी चूत चाटने लगे थे. अब मेरा हाल इतना बुरा था कि मैंने झट से मामा के लंबे सुंदर से लंड को पकड़ लिया था, वो बहुत ही गर्म और सख्त था. अब में उसे चाटने लगी थी और पूरा अपने मुँह में ले लिया था. अब में और मामा बहुत मस्त होकर 69 पोज़िशन में लंड और चूत को चूस रहे थे. mama bhanji ki chudai ki kahaniफिर कुछ देर के बाद हम दोनों झड़ गये. अब मेरा मुँह उनके अमृत से भर गया था. अब में उसे निगलकर तृप्त हो गयी थी और फिर मामा ने भी मुझे चाट-चाटकर साफ कर दिया. फिर कुछ देर तक हम ऐसे ही नंगे एक दूसरे को सहलाते रहे. अब हम दोनों बहुत खुश थे. फिर कुछ देर के बाद मामा का लंड फिर से खड़ा हो गया. फिर उन्होंने मुझे फ्रेंच किस करते हुए मुझे गर्म करना शुरू किया.
वो मेरे बदन के सारे हिस्से को अपनी जीभ से लीक करते और चूमते रहे और जब वो मेरे निपल्स को चूसने लगे. तो में मानों पागल हो गयी और उन पर टूट पड़ी और उनके बदन पर काटकर चूमकर और सारे बदन को अपने निपल्स सहलाकर इन्जॉय करती रही. फिर हम दोनों बहुत देर तक 69 पोजीशन में लंड और चूत को चूसते रहे. फिर जब दो बार मेरा पानी निकल गया और मेरी कुँवारी चूत चिकनी हो गयी तो तब मामा ने अपना लंबा लंड मेरी चूत के मुँह पर रख दिया और आहिस्ता से डालने लगे.
अब दर्द और मज़े की वजह से मेरी चीख निकल गयी थी और मामा अपना लंड पेलते रहे और में मीठे दर्द और मज़े को सहती रही. फिर उसके बाद मामा ने तेज-तेज चोदना शुरू किया और लगभग 20 मिनट तक चोदने के बाद अपना पानी मेरी चूत के अंदर ही छोड़ दिया. अब में पता नहीं कितनी बार झड़ चुकी थी? लेकिन मुझे इतना आनंद आ रहा था कि ऐसा लगता था मामा बस ऐसे ही पेलते रहे. फिर रातभर में हमने 3 बार चुदाई की. अब सुबह मेरी चूत सूज गयी थी.
मामा भान्जी
की चुदाई की कहानी
मामा ने गर्म पानी से उसकी सिकाई की. अब में स्कूल भी नहीं जा सकी थी. फिर मामा सुबह ऑफिस जाने से पहले मेरे पास आए और मेरे नंगे शरीर को सहलाते हुए अपनी जीभ से मेरी चूत को सहलाया और अपने लंड को मेरे मुँह में डालकर मुझे खूब चोदा. अब सुबह-सुबह ये अमृत पीकर में बहुत खुश थी.
फिर मामा के ऑफिस जाने के बाद में गाउन पहनकर सो गयी. फिर अचनाक से कुछ देर के बाद मेरी आँख खुली तो मैंने देखा कि मामा का ड्राइवर मेरी चूचीयाँ सहला रहा था और मेरी चूत को निहार रहा है. तो में घबराकर उठ गयी, तो तब उसने अपनी एक उंगली से मेरी चूत को सहलाते हुए कहा कि बीबी जी रातभत साहब से चुदी हो, कुँवारी चूत का तो कचुंबर बन गया है. तब में कुछ नहीं बोली.
अब उसका हाथ फैरना मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मेरा मन कर रहा था कि वो भी मुझे चोद दे. फिर उसने मेरे बदन से गाउन अलग किया और खुद के कपड़े निकाले और मेरी चूचीयों को मसलने लगा था. फिर जब उसने अपने लंड से मेरे निपल्स को सहलाया तो मेरी खुशी से चीख निकल पड़ी. उसका लंड मामा से बड़ा और मोटा था. फिर मैंने उसे खूब चूसा और उसके बॉल्स को सहलाकर और चूसकर मैंने उसके लंड की माँ चोद दी. अब वो मुझे चोदने को उतावला हो गया था, उसको सेक्स करते वक़्त गंदी और सेक्सी बातें करना पसंद था और ये आदत उसने मुझे भी लगा दी थी. अब में भी उससे खूब गंदी बात करके चुदवाती हूँ, मुझे अपनी गांड को उछाल-उछालकर लंड को चूत में लेना बहुत पसंद है. अब वो दोपहर तक मुझे 4 बार चोद चुका था, लेकिन अब ना उसका दिल भरा था और ना मेरा.
फिर शाम को मामा के आ जाने के बाद मेरा लंड चूत का खेल उनके साथ चलता रहा और उनके ना होने पर उनका ड्राइवर मुझको चोदता रहा. फिर मामी के आने तक घर में यही होता रहा. अब वो आ गयी है, तो मामा स्कूल जाते वक़्त चोदते है और ड्राइवर वापसी पर चोदता है. अब में इतनी चुदासी हो गयी हूँ कि कोचिंग के सर का लंड अपनी चूत में लेने को मरी जा रही हूँ, आप सब मेरे लिए प्रार्थना करना कि उनका लंड जल्द मेरी चूत फाड़ दे. |